Embark on a journey of knowledge! Take the quiz and earn valuable credits.
Challenge yourself and boost your learning! Start the quiz now to earn credits.
Unlock your potential! Begin the quiz, answer questions, and accumulate credits along the way.
11. | Joseph Massad, a Jordan specialist at Columbia, spoke at that same anti-Israel rally, calling Israel “a Jewish supremacist and racist state” that, he proclaimed, “should be threatened.” This is in addition to a talk with the inflammatory title “On Zionism and Jewish Supremacy” and a course that (students report) served as a soapbox for anti-Israeli polemics. कोलम्बिया से ही जार्डन के विशेषज्ञ जोसेफ मसाद ने उसी इजरायल विरोधी रैली में वक्तव्य दिया और इजरायल को, “ यहूदी सर्वोच्चता के भाव वाला और नस्लवादी राज्य घोषित किया” और उन्होंने कहा कि, “ इसे डराया जाना चाहिये” । यह सब “ इजरायलवाद और यहूदी सर्वोच्चता” के भडकाऊ शीर्षक तथा ऐसे कोर्स के बाद है जिसमें कि इजरायल विरोध को बढावा दिया जाता है। | |
12. | Survey results : The survey results confirm this Canadian difference, being more positive in attitude toward the host country than one finds in other Western Muslim populations. Very high approval scores accorded to the Government of Canada, comparable to those of the general population, offers a basis for what follows, as does the fact that Canadian Muslims generally dismiss the notion of Canada as a racist country. सर्वेक्षण का परिणाम: सर्वेक्षण का परिणाम इस बात की पुष्टि करता है कि कनाडा के मुस्लिमों में भिन्नता है, पश्चिम की अन्य मुस्लिम जनसंख्या की अपेक्षा मेजबान देश के प्रति कहीं अधिक सकारात्मक व्यवहार है। सामान्य जनता से अधिक श्रेय कनाडा की सरकार को देने का अर्थ है कि कनाडा के मुस्लिम सामान्य रूप से कनाडा को एक नस्लवादी देश नहीं मानते। | |
13. | The Iraqi population would still suffer under the totalitarian rule of Saddam Hussein. The shaky economy, car bombs and ethnic unrest that Iraqis face today are far lesser evils compared with the poverty, injustice, brutality and barbarism that was their fate between 1979 and 2003. यदि जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने इराक पर आक्रमण का निर्णय न किया होता तो स्थिति में काफी कुछ परिवर्तन होता .कुछ अर्थों में स्थिति और भी बुरी होती .इराकी जनता को अब भी सद्दाम हुसैन के अधिनायक वादी शासन की पीड़ा सहन करनी होती . खराब अर्थव्यवस्था , कार बम और नस्लवादी असंतोष की जिस स्थिति का सामना आज इराकी कर रहे हैं वह उस बुराई से कहीं कम है जो 1979 से 2003 के बीच में गरीबी , अन्याय , क्रूरता और बर्बरता के रुप में इस जनता के भाग्य में था . | |
14. | Joseph Massad , assistant professor of Modern Arab Politics and Intellectual History, seems to blame every ill in the Arab world on the United States. Poverty results from “the racist and barbaric policies” of the American-dominated International Monetary Fund and the World Bank. The absence of democracy is the fault of “ruling autocratic elites and their patron, the United States.” Militant Islamic violence results from “U.S. imperialist aggression.” जोसेफ मसाद - आधुनिक अरब राजनीति और बौद्धिक इतिहास के सहायक प्रोफेसर अरब विश्व की सभी बुराइयों का कारण अमेरिका को मानते हैं। गरीबी का कारण अमेरिका प्रभुत्व वाले अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष तथा विश्व बैंक की नस्लवादी बर्बर नीतियाँ हैं। लोकतन्त्र के अभाव का कारण ‘ शासनधारी अधिनायक कुलीन और उनका संरक्षक ' अमेरिका है। उग्रवादी इस्लाम का कारण ‘अमेरिका साम्राज्यवादी आक्रामकता है। | |
15. | A Race Strategy Group, chaired by the Solicitor General, started work in July 2000, with a wide-ranging agenda including: recruitment from ethnic minorities; a review of reports of racial crime and Crown prosecution policy; relations with the Commission for Racial Equality and Racial Equality Councils; interpreters; establishment of regional resource teams to co-ordinate race strategy; research; and secondments. जुलाई 2000 में , सॅालीसिटर जनरल की अध्यक्षता में एक रेस स्ट्रेटेजी ग्रुप ने व्यापक लक्ष्णों के साथ काम शुरु किया , जिनमें शामिल है: जातीय अल्पसंख्यकों में से भर्ती , क्राउन प्रोसिक्यूशन पॅालिसी और नस्लवादी अपराध की रिपोर्टों की एक समीक्षा , रेसियल इक्वैलिटी काइंसिलों और कमीशण फॅार रेसियल इक्वैलिटी के साथ संबंध , दुभाषिए , नस्ल रणनीति का समन्वय करने के लिए क्षेत्रिय श्रोत दल की स्थापना , ख़ोज तथा अस्थायी नियुक्तयाँ | | |
16. | Military vs. mosque : Recent events confirm that the same two powers, the armed forces and the Islamists, dominate some 20 Middle Eastern countries: the military deploys raw power and Islamists offer a vision. Exceptions exist - a vibrant Left in Turkey, ethnic factions in Lebanon and Iraq, democracy in Israel, Islamist control in Iran - but this pattern widely holds. सेना बनाम मस्जिद : वर्तमान घटनाक्रम से एक बात स्पष्ट है कि मध्य पूर्व के सभी 20 देशों में सशस्त्र बल और इस्लामवादी शक्तियाँ वर्चस्व रखती हैं , एक ओर जहाँ सशस्त्र बल मानव संसाधन की तैनाती करता है तो इस्लामवादी एक विचार प्रदान करते हैं। इसके कुछ अपवाद हैं जैसे कि विविधतावादी वामपंथ तुर्की में है, लेबनान और इराक में नस्लवादी गुट हैं, इजरायल में लोकतंत्र है, ईरान में इस्लामवादी नियंत्रण है लेकिन आम तौर पर उपर्युक्त रुझान ही पूरे क्षेत्र में है। | |
17. | American Heritage : “The belief that race accounts for differences in human character or ability and that a particular race is superior to others. Discrimination or prejudice based on race.” Merriam-Webster : “A belief that race is the primary determit of human traits and capacities and that racial differences produce an inherent superiority of a particular race. Racial prejudice or discrimination.” कुछ अवसरों पर विश्वविद्यालय परिसरों में मेरी बात-चीत वामपंथियों और इस्लामवादियों को मेरे विरोध का अवसर प्रदान कर देती है . अपनी प्रिय शब्दावली नस्लवादी से वे मुझे आरोपित करते हैं . उदाहरण के लिए इसी वर्ष रोयेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में Stand Up To Racism Rally विषय पर मेरे भाषण के बाद डार्थमाउथ कॉलेज में मुझे आप्रवासी मुसलमानों की नस्ल का विरोधी बताया गया तथा मुस्लिमविरोधी नस्लवादी बताते हुए टोरन्टों विश्वविद्यालय में मेरे विरुद्ध पत्रक वितरित किए गए . | |
18. | American Heritage : “The belief that race accounts for differences in human character or ability and that a particular race is superior to others. Discrimination or prejudice based on race.” Merriam-Webster : “A belief that race is the primary determit of human traits and capacities and that racial differences produce an inherent superiority of a particular race. Racial prejudice or discrimination.” कुछ अवसरों पर विश्वविद्यालय परिसरों में मेरी बात-चीत वामपंथियों और इस्लामवादियों को मेरे विरोध का अवसर प्रदान कर देती है . अपनी प्रिय शब्दावली नस्लवादी से वे मुझे आरोपित करते हैं . उदाहरण के लिए इसी वर्ष रोयेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में Stand Up To Racism Rally विषय पर मेरे भाषण के बाद डार्थमाउथ कॉलेज में मुझे आप्रवासी मुसलमानों की नस्ल का विरोधी बताया गया तथा मुस्लिमविरोधी नस्लवादी बताते हुए टोरन्टों विश्वविद्यालय में मेरे विरुद्ध पत्रक वितरित किए गए . | |
19. | (2) Remarks about authors' names “that at the very least sound Jewish” and one that “sound almost Serbian/Romanian” give a sense of how CAIR staff think and write when they think they are not being watched, with biased and even racist attitudes toward Jews and Balkan peoples very much at odds with their usual public face. (That public face too sometimes lapses, as I documented at “ Look Now Who's Profiling - CAIR's Staff Is .”) (2) लेखक के नाम पर टिप्पणी ” यह बहुत कुछ यहूदी जैसा लगता है या सुनायी पड्ता है और उनमें से एक तो सर्बियन और रोमानियन जैसा सुनायी पडता है इस बात का संकेत देता है कि किस स्तर की सोच सी ए आई आर के स्टाफ की है और जब वे लिखते हैं तो उन्हें लगता है कि उन्हें कोई देख नहीं रहा है और अपने सार्वजनिक चेहरे के एकदम विपरीत किस प्रकार यहूदी और बाल्कन लोगों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त और नस्लवादी भावना से भरे हैं। कभी कभी तो यह सार्वजनिक चेहरा भी अनावृत हो जाता है। | |
20. | (2) Larger strategic concerns consistently drive U.S. attitudes to Israel : Republicans kept their distance when they perceived Israel as a liability in confronting the Soviet Union (1948-70) and only warmed to it when Israel proved its strategic utility (after 1970); Democrats cooled in the post-Cold War period (after 1991), when many came to see it as an “ apartheid ” state that destabilizes the Middle East and impedes U.S. policies there. U.S. Congressman Gary Ackerman (left) looked benignly on Mahmoud Abbas of the Palestinian Authority in August 2007. (2) व्यापक रणनीतिक चिंता ही लगातार इजरायल के प्रति अमेरिका के व्यवहार को निर्धारित करती है: सोवियत संघ से संघर्ष के समय ( 1948 से 1970) रिपब्लिकन ने इजरायल को एक बोझ मान लिया था और इस सम्बंध में तब गर्मी आयी जब ( 1970 के बाद) इजरायल ने अपनी रणनीतिक उपयोगिता सिद्ध कर दी: शीतयुद्ध के बाद इसके प्रति डेमोक्रेट ठंडे पड गये जब उन्हें लगा कि यह नस्लवादी राज्य है व मध्य पूर्व को अस्थिर करता है और वहाँ अमेरिका की नीतियों को क्षति पहुँचाता है। |
Posted on 16 Nov 2024, this text provides information on Words Starting With न in Hindi-English related to Hindi-English. Please note that while accuracy is prioritized, the data presented might not be entirely correct or up-to-date. This information is offered for general knowledge and informational purposes only, and should not be considered as a substitute for professional advice.
Turn Your Knowledge into Earnings.
Ever curious about what any word really means? Dictionary has got them all listed out for you to explore. Simply,Choose a subject/topic and get started on a self-paced learning journey in a world of word meanings and translations.
Write Your Comments or Explanations to Help Others