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11. | Fourth, the continuing Syrian conflict offers benefits to the West. Several Sunni governments have noted the Obama administration's reticence to act and have taken responsibility to wrest Syria from the Iranian orbit; this comes as a welcome development after their decades of accommodating the Shiite Islamic Republic. Also, as Sunni Islamists fight Shiite Islamists , both sides are weakened and their lethal rivalry lessens their capabilities to trouble the outside world. By inspiring restive minorities (Sunnis in Iran, Kurds and Shiites in Turkey), continued fighting in Syria could also weaken Islamist governments. चौथा, सीरिया में चल रहा संघर्ष पश्चिम के लिये लाभदायक है। अनेक सुन्नी सरकारों ने देखा है कि ओबामा प्रशासन इस मामले में कुछ अधिक नहीं कर रहा है तो उन्होंने सीरिया को ईरान के खेमे से निकालने के लिये स्वयं दायित्व लिया और यह स्वागतयोग्य कदम है कि दशकों तक शिया शासन को आत्मसात करने के उपरांत उन्होंने ऐसा किया। साथ ही सुन्नी इस्लामवादी शिया इस्लामवादियों से लड रहे हैं तो दोनों ही पक्ष कमजोर हो रहे हैं और उनकी घातक प्रतिद्वंदिता उनकी क्षमता को कम कर रही है कि वे बाहरी विश्व को परेशान कर सके ।अनेक असंतुष्ट अल्पसंख्यकों को प्रेरित करके ( ईरान में सुन्नी, तुर्कीमें शिया और कुर्द) सीरिया में लगातार चलने वाली लडाई इस्लामवादी सरकारों को भी कमजोर करेगी। | |
12. | Fourth, the continuing Syrian conflict offers benefits to the West. Several Sunni governments have noted the Obama administration's reticence to act and have taken responsibility to wrest Syria from the Iranian orbit; this comes as a welcome development after their decades of accommodating the Shiite Islamic Republic. Also, as Sunni Islamists fight Shiite Islamists , both sides are weakened and their lethal rivalry lessens their capabilities to trouble the outside world. By inspiring restive minorities (Sunnis in Iran, Kurds and Shiites in Turkey), continued fighting in Syria could also weaken Islamist governments. चौथा, सीरिया में चल रहा संघर्ष पश्चिम के लिये लाभदायक है। अनेक सुन्नी सरकारों ने देखा है कि ओबामा प्रशासन इस मामले में कुछ अधिक नहीं कर रहा है तो उन्होंने सीरिया को ईरान के खेमे से निकालने के लिये स्वयं दायित्व लिया और यह स्वागतयोग्य कदम है कि दशकों तक शिया शासन को आत्मसात करने के उपरांत उन्होंने ऐसा किया। साथ ही सुन्नी इस्लामवादी शिया इस्लामवादियों से लड रहे हैं तो दोनों ही पक्ष कमजोर हो रहे हैं और उनकी घातक प्रतिद्वंदिता उनकी क्षमता को कम कर रही है कि वे बाहरी विश्व को परेशान कर सके ।अनेक असंतुष्ट अल्पसंख्यकों को प्रेरित करके ( ईरान में सुन्नी, तुर्कीमें शिया और कुर्द) सीरिया में लगातार चलने वाली लडाई इस्लामवादी सरकारों को भी कमजोर करेगी। | |
13. | A third theme involves Arab determination to modernize: “One of the surprises of the 20 th Century has been the way the Arab Moslems have accepted change and the modern world.” Excepting Saudi Arabia and Yemen, he finds everywhere that “Arab modernism is a tangible, visible, audible force.” (Thus the “invigorating winds of change” in my first sentence.) His myopia concerning females makes for stunning reading: “The harem and its psychological pillars have been dynamited by the 20 th Century.” “In economic affairs, … women are almost men's equals.” He sees what he wants to, undisturbed by reality. The book caption: “Friendly scholars of the Moslem Shiite sect stroll in a courtyard of their shrine in Najaf, Iraq, while others pray, meditate or even sleep.” तीसरी महत्वपूर्ण चीज अरबवासियों का आधुनिता के प्रति प्रतिबद्धता : “ आश्चर्यों में से एक यह है कि बीसवीं शताब्दी के अरब मुस्लिमों ने आधुनिक विश्व के परिवर्तनों को स्वीकार किया है” । सउदी अरब और यमन को छोड्कर हर स्थान पर उन्हें मिला कि, “ अरब आधुनिकता दिखाई देने वाली शक्ति है” (इसलिये परिवर्तन की हवा मेरा पहला शब्द है) । महिलाओं के प्रति उनकी एकांगी चिंता पढने वाले को सन्न कर देती है: “ हरम और इसके मनोवैज्ञानिक स्तम्भ बीसवीं शताब्दी में आये हैं”। आर्थिक मामलों में महिलायें लगभग पुरुषों के बराबर हैं। वे वही देख रहे हैं जो वह चाहते हैं और वास्तविकता से उनके ऊपर कोई असर होता नहीं दिखता । | |
14. | Khamene'i has many options: He can exert more control over those many Iraqi leaders who are Shiite Islamists with a pro-Iranian outlook, some of whom even lived in exile in Iran. For example, Prime Minister Nouri al-Maliki fits this mold. The Iranians can also influence Iraqi politics via the country's intelligence services, which they have already substantially penetrated. Or, they can move Iranian troops at will into Iraq, those tens of thousands of U.S. troops now gone from Iraq's eastern border, and engage in mischief of their choosing. Finally, they can support proxies like Muqtada al-Sadr or dispatch terrorist agents. खोमेनी के पास अनेक विकल्प हैं: वे उन अनेक इराकी नेताओं के ऊपर अपना दबाव बढा सकते हैं जो कि शिया इस्लामवादी हैं और ईरान समर्थक भाव रखते हैं और उनमें से कुछ तो ईरान में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उदाहरण के लिये प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी इस श्रेणी में पूरी तरह योग्य हैं। ईरान अपने देश की खुफिया सेवा के माध्यम से भी इराक की राजनीति को प्रभावित कर सकता है जिसमें कि उनका प्रवेश काफी हद तक हो भी चुका है। या फिर अब हजारों हजार की अमेरिकी सेना के इराक के उत्तरी सीमा से चले जाने के बाद वे अपनी मनमर्जी से इराक में सेना भेज कर किसी भी शरारतपूर्ण कृत्य में लिप्त हो सकते हैं। अंत में वे मुक्तदा अल सद्र जैसे अपने छ्द्म संगठनों को सहयोग कर सकते हैं या फिर आतंकवादी एजेंट को भेज सकते हैं। | |
15. | Indeed, it would be disastrous if President Bashar al-Assad's regime were to emerge victorious after fully suppressing the rebellion and restoring its control over the entire country. Iranian money, weapons and operatives and Hezbollah troops have become key factors in the fighting, and Mr. Assad's triumph would dramatically affirm the power and prestige of Shiite Iran and Hezbollah, its Lebanon-based proxy - posing a direct threat both to the Sunni Arab states and to Israel. But a rebel victory would also be extremely dangerous for the United States and for many of its allies in Europe and the Middle East. That's because extremist groups, some identified with Al Qaeda, have become the most effective fighting force in Syria. If those rebel groups manage to win, they would almost certainly try to form a government hostile to the United States. Moreover, Israel could not expect tranquility on its northern border if the jihadis were to triumph in Syria. … ओबामा प्रशासन एक महत्वाकाँक्षी और नाजुक नीति के लिये प्रयास कर रहा है कि एक ओर तो अच्छे विद्रोहियों को गोपनीय रूप से घातक हथियार और 114 मिलियन अमेरिकी डालर की आर्थिक सहायता प्रदान की जाये और साथ ही बुरे विद्रोहियों के विरुद्ध ड्रोन से सम्भावित आक्रमण की सम्भावना पर भी विचार किया जाये। विचार तो श्रेष्ठ है परंतु दूर से विद्रोही सेना पर नियंत्रण स्थापित कर पाने में सफलता प्राप्त होने की सम्भावना कम है। अवश्यंभावी है कि आर्थिक सहायता इस्लामवादियों को जाये और हवाई आक्रमण में सहयोगी मारे जायें। बेहतर हो कि अपनी सीमाओं को समझा जाये और व्यावहारिक स्वरूप ग्रहण किया जाये और कमजोर पक्ष का साथ दिया जाये। | |
16. | Through creative, hard work, Islamist forces quietly gained strength over the next half century, finally bursting into power and prominence with the Iranian revolution of 1978-79 led by the anti-Atatürk, Ayatollah Khomeini (1902-89). This dramatic event, and its achieved goal of creating an Islamic order, widely inspired Islamists, who in the subsequent 35 years have made great progress, transforming societies and applying Sharia in novel and extreme ways. For example, in Iran, the Shiite regime has hanged homosexuals from cranes and forced Iranians in Western dress to drink from latrine cans, and in Afghanistan, the Taliban regime has torched girls' schools and music stores. The Islamists' influence has reached the West itself, where one finds an increasing number of women wearing hijabs, niqabs, and burqas. अपने रचनात्मक , कठिन परिश्रम के चलते इस्लामवादी शक्तियों ने अगली आधी सदी में मजबूती प्राप्त की और अंततः 1978 - 79 में अतातुर्क विरोधी अयातोला खोमैनी ( 1902 - 89 ) के नेतृत्व में ईरानी क्रांति के सहारे सत्ता और प्रभाव दोनों प्राप्त कर लिये। इस नाटकीय घटनाक्रम और इस्लामी व्यवस्था निर्मित करने के इसके लक्ष्य ने इस्लामवादियों को काफी प्रेरित किया जिन्होंने कि इसके बाद 35 वर्षों में समाज के विकास और शरियत को पवित्र व कठोर रूप से लागू करने की दिशा में काफी सफलता प्राप्त की है ।उदाहरण के लिये ईरान में शिया शासन ने समलैंगिकों को क्रेन से लटकाया और पश्चिमी वेश वाले ईरानियों को शौचालय का पानी पीने पर विवश किया और इसी प्रकार अफगानिस्तान में तालिबान शासन ने लडकियों के विद्यालय और संगीत स्टोर जला दिये। इस्लामवादियों का प्रभाव पश्चिम में भी प्रवेश कर चुका है जहाँ कि बडी संख्या में महिलायें हिजाब , निकाब और बुर्का पहनती हैं। |
Posted on 16 Sep 2024, this text provides information on Words Starting With S in English-Hindi related to English-Hindi. Please note that while accuracy is prioritized, the data presented might not be entirely correct or up-to-date. This information is offered for general knowledge and informational purposes only, and should not be considered as a substitute for professional advice.
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